मध्य प्रदेश

MP news, सीधी से विधानसभा की टिकट कटने के बाद केदारनाथ शुक्ला के सामने आए बगावती तेवर।

MP news, सीधी से विधानसभा की टिकट कटने के बाद केदारनाथ शुक्ला के सामने आए बगावती तेवर, भाजपा को होगा भारी नुकसान।

पेशाब कांड बनी वजह, सीधी से सांसद रीति पाठक पर भाजपा ने आजमाया दांव, केदारनाथ शुक्ला के बदले सुर, कांग्रेस नेता खुश।

विराट वसुंधरा, ब्यूरो
सीधी। MP में विधानसभा चुनाव नजदीक है और 7 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होने की संभावना जताई जा रही है विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा ने पहले हारी हुई सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतार दिए थे अब उनकी दूसरी लिस्ट भी जारी हो गई है, जिसे लेकर बीते दो दिन से राजनीतिक गलियारे में हलचल मची हुई है, भाजपा में अंतर्कलह से इस्तीफे का दौर जारी है, सीधी जिले में पंडित केदारनाथ शुक्ला कोई छोटा नाम नहीं है ब्राह्मण वर्ग के लिए दिग्गज नेताओं में उनकी गिनती है यह बात अलग है की सीधी से सीधी जिले की वर्तमान सांसद रीती पाठक को भाजपा ने केदारनाथ शुक्ला का टिकट काटकर विधानसभा उम्मीदवार घोषित कर दिया है रीति पाठक और केदारनाथ शुक्ला के बीच की तल्खी किसी से छिपी नहीं है जाहिर सी बात है कि केदारनाथ शुक्ला चुप नहीं बैठेंगे और अब उनका बयान भी सामने आ गया है केदारनाथ शुक्ला के बयान से यह माना जा सकता है की रीति पाठक के लिए सीधी की राजनीति टेढ़े-मेढ़े रास्ते से ही गुजरेगी परिणाम क्या होगा यह वक्त बताएगा वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में लगभग 20 हजार मतों से चुनाव जीतने वाले केदारनाथ शुक्ला का राजनीति में अगला कदम क्या होगा लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। केदारनाथ शुक्ला की ब्राह्मण वर्ग में अच्छी खासी साख बनी हुई है सीनियर राजनेता होने के साथ ही भाजपा के दिग्गज नेताओं में गिने जाते हैं या यूं कहें कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अर्जुन सिंह और उनके पुत्र पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल के मुकाबले चट्टान की तरह राजनीति में भाजपा की तरफ से मुकाबला करने वाले केदारनाथ शुक्ला ही गिने जाते हैं।

कांग्रेस पार्टी के नेता खुश।

केदारनाथ शुक्ला का सीधी विधानसभा क्षेत्र से टिकट कटने के बाद सबसे ज्यादा खुशी कांग्रेस खेमे में है क्योंकि अजय सिंह राहुल जैसे दिग्गज नेता चुनाव हारने के बाद अब ब्राह्मण मतदाताओं पर अधिक निर्भर हैं ऐसे में अगर केदारनाथ शुक्ला ने भाजपा से बगावत कर दिया तो सीधी जिले की कई सीटों पर भाजपा के समीकरण बिगड़ जाएंगे और जो सीट कांग्रेस हार रही है या बीते चुनाव में हार चुकी है वहां कांग्रेस मजबूत होगी केदारनाथ शुक्ला के बगावत से अजय सिंह राहुल को ही नहीं सिहावल विधायक पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल को भी लाभ मिलेगा क्योंकि वहां अभी कमलेश्वर पटेल और वर्तमान भाजपा के घोषित प्रत्याशी विश्वामित्र पाठक के बीच कड़ा मुकाबला होने के आसार हैं लोगों में यह भी चर्चा थी कि विश्वामित्र पाठक इस बार चुनाव जीत जाएंगे लेकिन केदारनाथ शुक्ला की नाराजगी और बगावत का सिहावल विधानसभा सीट पर भी फर्क देखने को मिल सकता है ऐसे में कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता खुश नजर आ रहे हैं कि ब्राह्मण नेताओं में सबसे दिग्गज नेता केदारनाथ शुक्ला भाजपा के खिलाफ होंगे तो इसका लाभ कांग्रेस पार्टी को मिलेगा।

क्या होगा केदारनाथ शुक्ला का अगला कदम।

रीति पाठक को टिकट घोषित होते ही पूर्व भाजपा अध्यक्ष सीधी ने त्यागपत्र दे दिया था इससे यह समझ जा सकता है कि भाजपा के संगठन सीधी में टिकट को लेकर दो फाड़ हो चुका है और अभी यह तो तय नहीं हो पाया है की टिकट कटने के बाद केदारनाथ शुक्ला का अगला कदम क्या होगा उन्होंने अपने साक्षात्कार में कहा कि अभी अपने कार्यकर्ताओं से चर्चा कर रहे हैं 7 दिनों के बाद निर्णय लेंगे वहीं भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर उन्होंने विचार करने की बात बताई है और यह भी कहा कि उनके खिलाफ गलत रिपोर्ट संगठन के द्वारा शीर्ष नेतृत्व को भेजी गई थी जिसके कारण टिकट कटा है सीधी से घोषित प्रत्याशी रीति पाठक के बारे में उन्होंने साफ लहजे में कहा कि सीधी विधानसभा क्षेत्र में किसी भी गांव में उन्होंने ₹100 तक नहीं खर्च किया है और जनता उन्हें कैसे स्वीकार करेगी केदारनाथ शुक्ला की इन बातों में अगर गहराई से झांका जाए तो यह माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में भाजपा की राह सीधी जिले में आसान नहीं है।

सीधी पेशाब कांड टिकट कटने की बनी वजह।

बीते माह सीधी में हुए पेशाब करने केदारनाथ शुक्ला की राजनीति में विराम लगा दिया है ज्ञात हो कि यह ऐसा कांड था जो देश ही नहीं विदेश तक चर्चित हुआ था जहां दशमत रावत नमक व्यक्ति के ऊपर प्रवेश शुक्ल नमक भाजपा कार्यकर्ता ने नशे की हालत में पेशाब कर दिया था जो सोशल मीडिया और मीडिया में महीनों तक चर्चा का विषय बना रहा इस घटना में डैमेज कंट्रोल करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आगे आना पड़ा और रातों-रात दशमत रावत को मुख्यमंत्री आवास बुलाकर पैर धोकर सम्मान करना पड़ा यह घटना पुरानी बताई गई थी और लोगों द्वारा यह भी बताया जा रहा था कि भाजपा के ही कुछ केदारनाथ शुक्ला के विरोधी नेताओं ने इस पुरानी वीडियो को चुनाव नजदीक आते देख वायरल करवा दिया और यह वायरल वीडियो देश में सुर्खियां बटोरने लगा इस दौरान से यह समझा जा रहा था कि केदारनाथ शुक्ला के गरीबी रहे भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला की गलती का खामियाजा केदारनाथ शुक्ला को ही भुगतना पड़ेगा और 2 दिन पूर्व जारी हुई भाजपा के उम्मीदवारों की दूसरी सूची में केदारनाथ शुक्ला को टिकट न देकर सीधी सांसद रीती पाठक को विधानसभा चुनाव 2023 का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया तो वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि सीनियर नेता केदारनाथ शुक्ला मंत्री नहीं बनाए जाने से भाजपा संगठन से नाराज थे और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व भी केदारनाथ शुक्ला से नाराज थे इसलिए उनका टिकट कट गया हालांकि जिस तरह से पूर्व अध्यक्ष ने त्यागपत्र दिया है और अभी संगठन में और भी बहुत से ऐसे कार्यकर्ता और नेता हैं जो केदारनाथ शुक्ला के साथ बगावत कर सकते हैं इस हालत को देखते हुए यह भी माना जा रहा है कि रीती पाठक को पार्टी अभी बदल सकती है।

 

 

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